मुलाक़ात मुलाक़ात
विराज..विराज..कहाँ खो गए सुन रहे हो या नहीं कुछ कहो। विराज-------- !! विराज..विराज..कहाँ खो गए सुन रहे हो या नहीं कुछ कहो। विराज-------- !!
वह मेरी उससे आखिरी मुलाकात थी, उसके बाद न तो उससे मुलाकात हुई और न मैंने उसके बाद उसको कभी देखा। वह मेरी उससे आखिरी मुलाकात थी, उसके बाद न तो उससे मुलाकात हुई और न मैंने उसके बा...
अच्छाई का फायदा उठाना आ बैल मुझे मार जैसा है पर ये बात उसे बड़ी देर से समझ आई। अच्छाई का फायदा उठाना आ बैल मुझे मार जैसा है पर ये बात उसे बड़ी देर से समझ आई।
भागदौड़ भरी दुनिया में उनकी समस्यों को अनदेखी न करें। आखिर वे भी तो इंसान है। भागदौड़ भरी दुनिया में उनकी समस्यों को अनदेखी न करें। आखिर वे भी तो इंसान है।
जो मज़ा सबको घर बुलाकर खुशी देने में है उसकी बात ही कुछ और है। जो मज़ा सबको घर बुलाकर खुशी देने में है उसकी बात ही कुछ और है।